Mohabbat

"Mohabbat bhi Zindagi ki tarah hoti hai
Har mod asaan nehi hota, har mod pe khushiya nehi milti.
Jab hum zindagi ka saath nehi chhodte toh
Mohabbat ka saath kyun chhode??
---Mohabbatein

2018-04-27

Tadap---214

Top post on IndiBlogger, the biggest community of Indian Bloggers



मेरी हरकतों पे मत जा ए ग़ालिब 
जब से मोहब्बत ने साथ छोड़ा

बेरुखी मेरी अदा बन गई 







2018-04-11

Water Droplets---Four Sentence Half Fiction

Top post on IndiBlogger, the biggest community of Indian Bloggers
"तुमहारी ये  देर से उठने की आदत तो कभी छूटेगी नहीं, में तो बहोत सुबह उठ जाती हूँ ,तो  शादी के बाद में ऐसा करूंगी के सुबह उठके नहा कर तैयार हो के में तुम्हारे पास बैठूँगी , तुम गहरी  नींद मे हो गे, और फिर में  तुम्हारे चहरे के ऊपर ज़ुल्फों को लहराउंगी  और पानी के बुँदे तुम्हारे पूरे चहरे पे छीरक दूँगी, देखना तब तुम्हारी नींद खुल जाएगी "




तभी राहुल की नींद खुल गई, अपनी  कान मे पानी की बुँदे महसूस किया उसने, बाए हाथ से कान को छूआ...हाँ पानी की बुँदे ही है, फिर धीरे धीरे हाथ को ऊपर की तरफ ले आया, गाल भी भीगा हुआ था...राहुल की आँखों से निकला आँसू से । 




सपना देख रहा था राहुल, पर ये कोई मन की ख़्वाहिश या फिर कल्पना  नहीं, ये उन दिनो के बात है ... जब टीना ने कभी उससे कही थी... अरसा पहले, वो दिन, वो वक़्त, टीना की वो सलवार, और कहने के बाद वो मीठी सी हंसी आज भी याद है । 





आज फिर से एक दिन गुज़ारना पढ़ेगा ... होठो पे झूठी मुस्कान  और चहरे पे झूठी खुशी लिए ।


2018-04-09

The Scurf---Half Fiction


महीने का पंचवा दिन था, महीनेभर की ख़रीदारी के लिए राहुल को बाज़ार जाना पढ़ा , ग्रोसेरी का लिस्ट नजदीकवाले दुकान मे देने के बाद राहुल बड़ा बाज़ार चला गया,बहुत सारी छीजे खरीदनी है ,सबसे ज़्यादा जिस चीज़ को वो ध्यान मे रखा वो है आचार, लगभग एक साल पहले वो आचार उसने खाई थी उसके बाद वो आचार आउट ऑफ मार्केट हो गया .। उसके बाद से जब भी राहुल बाज़ार जाता है तो उस आचार का खोंज लगाता है...काश की वो मिल जाए , इस बार चार पाँच दुकान मे खोंज लगाया और सभी ने कहा के वो आचार अब आउट ऑफ प्रॉडक्शन हो गया है, राहुल ने सोचा चलो एक आखरी दुकान मे पूछ लेते है फिर घर चले जाएँगे । उस दुकानदार ने भी निराश किया I 

दुकान से निकलते ही एक लड़की पर राहुल की नज़र अटक गई, वो लड़की एक लाल रंग का सलवार सुइट पहनी   हुई थी, उसके साथ उसका एक दोस्त भी था, दोनों बाते करते हुए  धीरे धीरे चली आ रही थी, राहुल ने कब तक उसे देखा यह खयाल नहीं, होंश तब आया जब वो लड़की राहुल के सामने आ के चिल्लाने लगी

... शरम-बरम है भी के नहीं, यहा  फिर सब बेच खाये हो, तुम जैसो  लड़को  के लिए लड़कियों का बाहर निकालन मुश्किल हो गया है , या  तो बातो से छेरते रहते  हो या  फिर आंखो से, कबसे देख रही हूँ घूरे ही जा रहे हो मुझे, तुम लोगो को समझमे नहीं आता के इस से लड़कियों की कितनी परेशानी होती है, कहा  से समझोगे तुम, तुम लोग तो बास हवस के पुजारी हो ।


राहुल चुपचाप खड़ा उसकी बाते सुन रहा था, दो चार लोग भी आ कर जुट गए थे । उस लड़की की दोस्त बार बार कह रही थी


...छोड़ ना  यह  सब, तू मेरी बात सुन


...नहीं सुनना है मुझे तेरी बात


गुस्से से अपनी दोस्त को जवाब दे कर फिर वो राहुल की तरफ मुड़ी और कहने लगी 


... तुम लोग किया समझते हो हम सब चुपचाप सहते जाएंगे, कोई भी आवाज़ नहीं उठाएगा...


ये कहे कर लड़की ने अपना हाथ उठाया और जैसे ही उसकी हात राहुल के गाल के करीब पहुंचा तो राहुल के कंधे के पीछे से एक हाथ आ कर उस लड़की की हाथ को पकड़ लिया और फिर ज़ोर से नीचे धकेल दिया और कहा 


...एक भी लफ्ज और निकाला तो एक झापर लगाऊँगी तेरे कान के नीचे
इस  से उस लड़की को और भी गुसा आया और हाथ पकड़नेवाली की और देखा और पूछा 


...आप ने क्यूँ  मेरा हाथ पकड़ा ? क्यूँ आप इसे बचा  रही हो ?क्या आप इस की बहन हो?


हाथ पकड़नेवाली लड़की ने कहा


...दोबारा मुझे इस की बहन बोली तो एक नहीं दो झापर लगाऊँगी तेरे दो कान के नीचे


...अच्छा तो तुम इसकी Girlfriend हो , तुम्हें शर्म नहीं आती अपनी बोयफ्रेंड की गलत काम जानने के बाद भी उसकी तरफदारी करने मे ? तुम जैसी लड़कियो के लिए ये लड़के बिगरते रहते है , तुम्हें देख के मुझे घीन आ रही है ।


इतना बोल के वो लड़की चुप हो गई   तब राहुल की तरफदारी करनेवाली लड़की ने बहोत शांत आवाज़ मे पूछा


...हो गया आपका, अब में बोलू ?


...क्या बोलेंगी आप !!!! 


...पहली बात तो ये  है के...हम लड़कियों को एक उम्र के बाद इतना समझने की क्षमता मिल ही जाती है के कौन हमारी तरफ किस नज़र से देख रहा है, किस की नजरों मे इज्जत है, कौन हमे वुरी  नजर से देख रहा है ये  सब हम समझ जाते है लड़को की देखने की अंदाज़ से...


इसी बीच उस लाल सलवारवाली की दोस्त ने कहा 


...आपने बिलकुल ठीक कहा दीदी, में इसे कबसे यही बात समझाने की कौशीस कर रही हूँ के इस लड़के की नज़र मे कोई बुराई नहीं है, ये भैया तो मानो जैसे किसी खयाल मे डूबे है , इस दुनिया से कही दूर...


राहुल की तरफदारी करनेवाली लड़की ने उस लाल सलवार पहनी  हुई लड़की से कहा


...तुम्हारी दोस्त बिलकुल सही कह रही है, अब तुम सोचोगे के मुझे कैसे पता, में तो राहुल के पीछे था तो तुम्हारी जानकारी के लिए बता दु के मुझसे ज़्यादा राहुल को कोई जान ही नहीं सकता, तुम्हें अगर ये गलतफेमि है के तुम्हारी खूबसूरती या  फिर तुम्हारी हुस्न को यह देख रहा था तो तुम बिलकुल गलत हो, अगर तुम्हारे गले में ये दुपट्टा ना  होता तो राहुल तुम्हारी ओर कभी देखता ही नहीं 


तब लाल सालवारवाली ने हैरानी से पूछा 


...खास किया है इस दुपट्टे मे ।


...ये  वो दुपट्टा है जो में कभी इस्तेमाल किया करती थी, वैसे  दुपट्टे  राजस्थान मे बनाई जाती है,उन दिनो इस तरह का दुपट्टा  काफी मशहूर हुआ था , मेरे पास भी बिलकुल ऐसा ही एक था, लाल रंग के ऊपर सफ़ेद प्रिंट, ये  राहुल को बहुत पसंद था और आज भी है ।


तभी लाल सलवारवाली ने कहा 


...तो वो दुपट्टा अब तुम्हारे पास नहीं है और इसी लिए ये भाईसाब किसी भी लड़की को घूरते रहेंगे ?


फिर चिल्लाके कहा... तुम ऐसा ही एक दुपट्टा क्यूँ नहीं खरीद लेती ?


राहुल की तरफदारी करनेवाली ने बहोत ही शांत आवाज़ मे जवाब दिया


... तुम अपने गुस्से को थोड़ा काबू करो, ऐसा नहीं के जो तुम देझ रही हो या फिर सोच रही हो वही सच हो, हो सकता है की शायद तुमसे कोई गलती हो रही है 


...क्या गलती ?


...बात ये  नहीं के मेरे पास वो दुपट्टा है भी या नहीं , बात ये  है के अब हम दोनों साथ नहीं , आज से तेरा  साल से भी ज़्यादा वक़्त पहले हम दोनों एक दूसरे से जुदा  हो गए थे और तुम्हें यकीन आए या ना आए पर सच ये  है के उसके  बाद हम लोगो की कभी भी मुलाक़ात नहीं हुई ।


वो दो लड़की बड़ी बड़ी आंखो से और बहुत ही हैरानी से एक बार राहुल को और एक बार उस लड़की को देख रह थे, फिर धीरे धीरे पूछा 


... तेरा  साल से भी ज़्यादा  !!!! और उसके बाद मुलाक़ात भी नहीं हुई कभी , अच्छा ऐसा भी तो हो सकता है के इन तेरा  सालो मे इस भैया को किसी एक या  दो लड़की से मोहब्बत हो गयी हो 


राहुल की एक्स ने जवाब दिया 


...तुम्हारे भेजे मे कोई सीधी बात घुसती क्यूँ नहीं?? अगर राहुल को किसी और से प्यार होता तो इस दुपट्टे को देख कर वो ख़यालो मे क्यूँ खो जाता ? और सबसी बड़ी बात... तुम्हें मेंने कहा ना के मुझसे बेहतर राहुल को कोई जान ही नहीं सकता, मानते है के हम दोनों एक दूसरे के साथ ज़्यादा वक़्त तक नहीं थे लेकिन हम दोनों एक दूसरे की  बात बिना बोले ही समझ जाते थे , कहो तो एक किस्सा भी सुना सकती हूँ , और तुम्हें तो इतनी सीधी सी बात समझ मे नहीं आ रही के... जिससे में तेरा  साल पहले जुदा हुई थी उसे कोश ने की जगह में उसकी तरफदारी क्यूँ कर रही हूँ ।


तभी भीड़ मे से किसी ने कहा 


... ये लड़की बिलकुल सही कह रही है , इन दोनों के प्यार एक जमानेमे बहुत ही मशहूर था और कुच्छ लोगो को तो आज भी ये हैरानी है के ये दोनों जुदा क्यूँ हुए । 


इस बात से दो चार और लोग भी अपनी सहमत जताई । 


जब उन सब की बाते खतम हुई तो उन दोनों लड़कियो के आंखो मे आँसू  थे , लाल सलवारवाली ने कहा 


...कमाल की है तुम्हारी मोहब्बत भी, एक ने दुपट्टा नहीं भुला और दूसरे को आज भी इतना बिशवास  है । 


फिर राहुल की ओर देखा और कहा 


...सरी  भैया गलती हो गई, मेरी दोस्त भी कह रहती थी की आपकी नज़र तो मेरी तरफ है लेकिन आप मुझे नहीं देख रहे हो , लेकिन मेंने ही उसकी बात नहीं मानी 


यह कह कर वो दोनों चली गई ।


तब राहुल की मुह से आवाज़ निकला 


...टीना एक बात कहनी थी तुमसे


टीना अपनी Scooty निकाल के उसमे बैठ गई थी , राहुल को बीच मे ही टोक दिया
...तुम मेरी एक बात सुनो, ज़रा सम्भल के जाना, यूं ख़यालो मे खो जाओगे तो Accident भी हो सकता है ।


ये कह कर टीना अपनी Scooty start कर के वहाँ से चली गई । 






राहुल जानता था टीना उससे बात नहीं करेगी ...






2018-04-04

Half Virgin---Half Fiction

After the first meeting of their families they found it suitable for each other, the meeting took place three months earlier and after that Rahul and Tina has met two times in a certain coffee shop, conversation over phone has gradually increased with time, their job timing has never been the obstacle for their meeting, actually they both wanted to realize whether they can go for a life long relationship or not and now finally they both have made their minds.

Tina agreed when Rahul expressed his thoughts to have a final meeting to take the final decision...

It was a Sunday evening, winter season has just shifted his position and gradually summer is taking the place, weather remains very pleasant through out the day, sitting in the beautifully decorated wooden bench in the garden in the front portion of Tina's house Rahul, with the coffee cup in his hand, was busy to think how to start the conversation,he actually did not have any question to ask. 
Tina, having the nature to talk  starlight forward started the conversation

...this is my last question to you, i should know and hope you can understand the reason.

Rahul replied with smile

...yah sure, carry on.

...are you virgin?

Rahul was bit surprised, though he expected something like this and the same way Tina has asked coz he has realized the nature of Tina, he replied

...i liked your honesty and i really wanna answer you, decision is yours. i don't wanna built up a relation with the "Lie" as the base.

Tina was looking at him with curious eyes.

Rahul started

...i have already told you that once i was in love with someone and i admit that i kissed her, kissed all over her face, i have hugged her, have played with her hairs, have kissed her neck, not lower than it, hugging her tightly we have rolled over the bed, nothing more than this. This is all in short.

Tina was looking at his eyes, they both starring each other for a moment and then Tina replied

...Half virgin.

...Half Virgin !!! what is that ?

Tina's answer made Rahul very curious, he wanted to know the explanation, he added

...i really did not get it.

Tina replied very enthusiastically

... You and your ex have spent some romantic moments, to some extent foreplay but both you did not make any "course" together.

...yah, that's right, no course together, but what about the "half virgin"?

...You know its actually not my concept, there is a boy named Jyotirmoy who writes "half Fictions" , he is a fool,a big  looser and basically an useless fellow but above all my good friend, i read his "Half fiction" series and from there i have got this idea.

...Good to know about him.

"how can it be good to know about him, i told you na he is a looser and useless fellow"...there was bit irritation in Tina's voice.

...ok let him go.

...i know there should be transparency in our relation so i wanna tell you about myself which i have never shared and you did not ask.

...yah sure, pls continue.

...i am a "half playgirl" 

...ok, its good to know the phrase but i have not read the "half fiction" series so i need the explanation.

...i have never been in love with anyone, never accepted anyone's proposal but i played to some extent with the emotions of the boys who used to like me, i have given meaningful looks, sometime with sweet smile and sometime with other facial expressions to those who used to look at me or used to make me understand that they like me, so i am a "half playgirl".

Rahul was surprised with the explanation, Tina was looking at her eyes for his reaction and after a while they both laughed out.

Tina and Rahul is getting married exactly after fifteen days and though Jyotirmoy is Tina's good friend still Tina has not invited him in her marriage neither have sent the invitation card, have just informed him coz Tina knows it full well that Jyotirmoy is "half Social"...he is always there with his friends, relatives and other closed ones except in any so called "social gatherings",  he feels bored and bit irritated, so there is no profit to invite him...he will not attend for sure.