चमकती हुइ आंखो मे
आज तड़पता हुआ दिल नज़र आता है उसका
दर्द का दौर है
मायुस निगाहे
ख्वाब कुछ टुटे हुए
अरमान थकी थकी सी है
हम पास तो है
पर साथ नही
समझाऊं कैसे उन्हे
के चैन अब मुझे भी नही .
देखना है वोही रंगत आंखो मे
वोह खिलखिलाती हंसी
वोह चहरे का चमक देखना है
खुशी से डगमगाती ज़िन्दगी उन्की
होठो पे उनकी मुस्कुराहट देखना है .
जुल्फो को सवारे वोह
खुशी से सारी का आंचल लहराये
मेहंदी से हाथ को रंगे वो
और सात रंगो से उन्की ज़िन्दगी भर
जाये.
No comments:
Post a Comment